constitution fact in hindi- संविधान किसी भी देश को सुचारु रूप से चलाने का दस्तावेज होता है | यह सरकार के अंगो और नागरिको के अधिकारों को परिभाषित और सीमाकिंत करता है| जानिए भारत के संविधान से जुडी उपयोगी और रोचक जानकारी (Amazing and useful facts about indian constitution)

इन देशों से प्रेरित इन है हमारा संविधान

अमरीका: मौलिक अधिकार
ब्रिटेन :संसदीय व्यवस्था
कनाडा :केंद्र के पास राज्य से ज्यादा शक्तिया
आयरलैंड : राज्य के नीति निर्देशक तत्व
फ़्रांस : स्वतंत्रता, समता, बंधुत्व का सिद्धांत
जापान : विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया
रूस : मौलिक कर्तव्य,सामाजिक-आर्थिक न्याय
जर्मनी : केंद्र को मिलने वाली आपातकालीन शक्तियां
दक्षिण अफ्रीका : संविधान संशोधन प्रक्रिया
आस्ट्रेलिया : संविधान की प्रस्तावना,राज्य और केंद्र की शक्तियों का विभाजन

संविधान की प्रमुख बाते

  • 9 दिसंबर,1946 को संविधान सभा की पहली और 24 जनवरी 1950 को आखिरी बैठक हुई |
  • संविधान सभा में संविधान को प्रस्तुत करने के बाद इसे पारित करने में 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन का समय लगा |
  • 26 नवम्बर,1949 को संविधान सभा ने संविधान को पारित किया था और 26 जनवरी 1950 से यह लागु किया गया |
  • 26 नवम्बर को संविधान दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस बनाया जाता है |
  • संविधान की मूल कॉपी 16 इंच चौड़ी,22 इंच लम्बे परेचमैंट शीट पर लिखी गयी है | इसमें कुल 251 पेज हैं |

एक लाख,46 हजार 385 शब्द

भारत के संविधान में कुल एक लाख 46 हजार और 385 शब्द है,जबकि अमरीका के संविधान में 7 हजार 762,ब्रिटेन के 54 हजार 408,चीन के 10 हजार 960 और रूस के संविधान में 12 हजार 908 शब्द है | इस लिहाज से दुनिया में भारत का संविधान सबसे बड़ा है |

amazing facts of constitution-
  1. रामायण और महाभारत के दृश्य :- बिहार के मुंगेर में जन्मे नन्दलाल बोस और उनके शांतिनिकेतन के साथी कलाकारों ने संविधान के लिए 100 से अधिक चित्र तैयार किये, इनमे से 22 का चयन किया गया | इनमे मोहनजोदड़ो मुहर, वैदिक गुरुकुल, रामायण -महाभारत के दृश्य, गौतम बुद्ध, महावीर शिवाजी, गुरु गोबिंद सिंह टीपू सुल्तान,रानी लक्ष्मीबाई,बौद्ध धर्म,सम्राट अशोक आदि थे |
  2. हर पन्ने पर नाम,432 निब घिस गयी :-संविधान न प्रिंट किया गया,न टाइप, यह हस्तलिखित हैं | इसे लिखने वाले प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने मेहनताना नहीं लिया | उनकी शर्त थी की वह हर पन्ने पर अपना नाम लिखेंगे | उन्होंने संविधान को अंग्रेजी में लिखा था, इसमें कमल की 432 निब घिस गयी थी |
  3. राष्ट्रपति ने किये तिरछे हस्ताक्षर :-संविधान बनने के बाद सबसे पहले हस्ताक्षर राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को करने थे, लेकिन भूलवश कर दिए पंडित जवाहर लाल नेहरू ने | राष्ट्रपति जब पहुंचे तो हस्तक्षर के लिए जगह ही नहीं बची थी,इसलिए उन्होंने संविधान पर तिरछे हस्तक्षर किये |
12 अनुसूचियाँ,448 अनुच्छेद :

संविधान में 448 अनुच्छेद,12 अनुसूचियाँ और 94 संशोधन है | इसमें 48 आर्टिकल हैं | संविधान सभा के 284 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को दस्तावेज पर हस्तक्षर किये | उसके दो दिन बाद इसे लागू किया गया था |

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